आरोग्य सेतु के बाद अब Video Conferencing के लिए तैयार हुआ देसी ऐप, जल्द होगा लांच, पढ़ें डिटेल

आरोग्य सेतु के बाद अब Video Conferencing के लिए तैयार हुआ देसी ऐप, जल्द होगा लांच, पढ़ें डिटेल

वीडियो कांफ्रेंसिग के लिए Zoom ऐप की तर्ज पर ही देश में नया ऐप बनाया गया है जो जल्द ही लांच होने की उम्मीद है।


आरोग्य सेतु ऐप के बाद अब वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा के लिए देसी ऐप विकसित किया गया है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका सर्वर भारत में होगा जिससे वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान किसी तरह के डेटा चोरी या निजी जानकारी के शेयर होने का कोई खतरा नहीं रहेगा। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आइटी मंत्रालय के अधीन काम करने वाले सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (C-DOT) ने इस वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप को विकसित किया है।

हम पर्दे पर ही सिंघम डिजर्व करते हैं

इस ऐप के विकास कार्यक्रम से जुड़े एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि यह ऐप बिल्कुल तैयार है और जल्द ही इसे मंत्रालय की तरफ से लांच किया जा सकता है। इस ऐप का फिलहाल कोई नाम नहीं दिया गया है और इसके नाम की भी तलाश की जा रही है। हाल ही में आइटी मंत्रालय की तरफ से इस ऐप का ट्रायल भी किया गया था जो पूरी तरह सफल रहा।

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उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप की तरह इस ऐप को भी पूरी तरह से घरेलू स्तर पर विकसित किया गया है। एक बार में लगभग 50 लोग इस ऐप से जुड़कर वर्चुअल मीटिंग कर सकते हैं। इसकी क्षमता में विस्तार की पूरी गुंजाइश है। जूम ऐप की तरह ही वर्चुअल मीटिंग से जुड़ने के लिए पासवर्ड और लिंक का इस्तेमाल किया जाएगा। सीडॉट की तरफ से तैयार किए गए देसी एप में वेटिंग रूम की भी सुविधा होगी। यानी अगर कोई व्यक्ति वर्चुअल मीटिंग को ज्वाइन करना चाहता है तो वह वेटिंग रूम में जाकर अपनी मौजूदगी मॉडरेटर को बता सकता है। वर्चुअल मीटिंग के दौरान स्क्रीन पर ही प्रेजेंटेशन देने की सुविधा भी इस एप में होगी।

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सूत्रों के मुताबिक इस ऐप के कमर्शियल इस्तेमाल को भी लेकर विचार किया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान वर्चुअल मीटिंग कारोबार एवं विभिन्न प्रकार की सेवाओं का अहम हिस्सा बन गई है और अधिकतर मीटिंग चीनी कंपनियों या माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित विदेशी ऐप पर हो रही है। इससे डाटा चोरी होने के साथ देश की महत्वपूर्ण जानकारी के शेयर होने का खतरा बना रहता है। इस बारे में सरकार की तरफ से चेतावनी भी जारी की जा चुकी है। आइटी मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार कोरोना काल में वर्चुअल मीटिंग में बढ़ोतरी को देखते हुए देसी वीडियो कांफ्रेंसिंग एप विकसित करने की जरूरत महसूस की जा रही थी जिसे पूरा कर लिया गया है।

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